राजस्थान Congress President Govind Singh Dotasara ने शनिवार को कहा कि अगर प्रदेश नेतृत्व ने विधानसभा चुनाव में कुछ और वांछित टिकट दिलवा दिए होते तो राजस्थान में फिर से कांग्रेस की सरकार बन जाती. डोटासरा ने माना कि कुछ नेताओं के खिलाफ Anti-Incumbency Wave थी, इसके बावजूद उन्हें टिकट मिला।
इसके चलते कांग्रेस राज्य में दोबारा सरकार बनाने में नाकाम रही. हम कोई स्टैंड लेने में असफल रहे. पीसीसी चीफ बाड़मेर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक में भाग लेने के बाद संवाददाता को संबोधित कर रहे थे. जब डोटासरा से पूछा गया कि क्या वह उम्मीदवारों के चयन के संबंध में उनकी प्रतिक्रिया को नजरअंदाज करने के लिए कांग्रेस आलाकमान को दोषी ठहरा रहे हैं।
राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा
इस पर Govind Singh Dotasara ने सफाई देते हुए कहा कि यह उनकी गलती थी कि वह जमीनी स्थिति का सही आकलन करने में असफल रहे. कुछ नेताओं के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर थी लेकिन उन्हें टिकट मिल गया और राज्य नेतृत्व कोई रुख अपनाने में विफल रहा… सब कुछ ठीक था, योजनाएं अच्छी थीं, शासन अच्छा था। इसके बावजूद हम दोबारा सरकार बनाने में असफल रहे, क्योंकि हमने समय रहते स्टैंड नहीं लिया।
Congress : नेता ने आगे कहा कि पार्टी इस बार कार्यकर्ताओं के फीडबैक को प्राथमिकता दे रही है. इसके लिए कांग्रेस नेता सीधे कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं और फीडबैक ले रहे हैं. आम चुनाव में उम्मीदवारों का चयन पूरी तरह से कार्यकर्ताओं के सुझाव पर आधारित होगा.
इसके बाद ही Congress President Govind Singh Dotasara ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि,ईडी से पूछा जाना चाहिए कि, क्या सिर्फ वही लोग भ्रष्ट हैं जो कांग्रेस के साथ हैं। क्या बीजेपी के पास अपने नेताओं को साफ करने के लिए वॉशिंग मशीन है? कांग्रेसी नेताओं ने कहा है कि महाराष्ट्र और बिहार इस बात के उदाहरण हैं। कि बीजेपी पार्टी में आने वाले लोग बेदाग हैं, जबकि और पार्टियों में आने वाले लोग भ्रष्ट हैं.
एक दिन पहले प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा
गौरतलब है कि एक दिन पहले प्रदेश Congress in-charge Sukhjinder Singh Randhawa ने भी बीकानेर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए इसी तरह के विचार साझा किए थे. रंधावा ने कहा कि डोटासरा और मैं कुछ नेताओं को टिकट देने से इनकार करना चाहते थे, लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके. हम कोई रुख अपनाने में असफल रहे. अगर हमारा फैसला लागू होता तो Rajasthan में कांग्रेस की सरकार बनती. आपको बता दें कि शनिवार को प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली बाड़मेर-जैसलमेर संसदीय क्षेत्र के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में शामिल होने के लिए बाड़मेर में थे